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Vyakti Vachak Sangya | व्यक्तिवाचक संज्ञा के 20 उदाहरण

यदि आपको हिंदी व्यंजन या हिंदी वर्णनमला जैसे और भी अन्य हिंदी भाषा की जानकारी प्राप्त करनी है तो हमारा वेबसाइट आपकेलिए एक उत्तन मंच है, हम आपको इहाँ पर सही जानकारी देते है जैसे आज आपको व्यक्ति वाचक संज्ञा (Vyakti vachak sangya) की पूरी जानकारी देने वाले है।

यदि आपको व्यक्ति वचन संज्ञा के बारे मे बिलकुल भी ज्ञान नहीं है तो आजका यह लेख आपके लिए है, हम इस लेख मे आपको कुछ उदाहरण से समझायेंगे की Vyakti Vachak Sangya क्या है और यह किस कार्यक्रम मे आता है।

तो चलिए मेरे प्यारे गधे छात्रों बिना समय व्यतीत किए लेख मे आगे बढ़ते है।

संज्ञा किसे कहते हैं

संज्ञा किसे कहते हैं – परिभाषा

Vyakti vachak sangya

Vyakti Vachak Sangya

जो वाक्य किसी व्यक्ति विशेष, स्थान या वस्तु विशेष के नाम को दर्शाता हो उस वाक्या को व्यक्ति वाचक संज्ञा (Vyakti Vachak Sangya) कहते है, अर्थात कोई भी वाक्या मे मजोदा एक ऐसा शब्द जो किसी वस्तु, व्यक्ति, या किसी स्थान या कोई और चीज़ के नामों को संकेत करता हो उसे ब्यक्ति वाचक संज्ञा कहते है।

Vyakti Vachak Sangya
Vyakti Vachak Sangya

साधरनतः यह इस शब्द से ही पता चलता है की व्यक्ति वाचक संज्ञा किसे कहते है किन्तु क्या करें इतनी सी बात सबको समझ मे नहीं आती है।

इसलिए हम आब आपको कुछ उदाहरण देकर समझने वाले है और यह आशा करते है की आपको यह समझमे आजाये, और यदि समझ मे ना आये तो इसका जिमिदार हम नहीं होंगे।

Vyakti Vachak Sangya मुख्यतः 3 प्रकार होता है एक है व्यक्ति विशेष संज्ञा, वश्तु विशेष संज्ञा, स्थान विशेष संज्ञा, अब in तीनो संज्ञा में क्या अंतर है इसके बारे में हमने निचे बताया हुआ है क्रपया निचे पढ़ें.

व्यक्ति विशेष – राम प्रशाद, रामकृष्ण, श्री कृष्णा, बलराम, कलि माँ, तुल्शिदास, राधा, शारोदा, अक्षय, विकास, बिशाल, स्वाधीन, गुडू, विस्वनाथ, सम्राट, रणवीर, रमेश, प्रकास, श्रीदाम, महेश, गोपाल, और भी अन्य नाम जो एक किसी व्यक्ति यानि की मनुष्य का है वो व्यक्ति विशेष संज्ञा है.

व्यक्ति वाचक संज्ञा के 5 उदाहरण – Vyakti Vachak Sangya Ke Udaharan

  1. राम प्रशाद जी आज माँ की पूजा में लीं हो गये है.
  2. रामकृष्ण जी कलि माँ का बहुत बड़ा भक्त थे.
  3. सम्राट आज दरवार में नही आएंगे
  4. विकास बहुत अच्छा लड़का है
  5. प्रिया एक साधारण लडकी है

यह सभी उदहारण में जिन व्यक्तिओं का नाम लिया गया है उनको व्यक्ति विशेष कहेते है और उन्हें मिला कर एक पूरा वाक्य की गठन किआ गया है इसको Vyakti Vachak Sangya/व्यक्ति विशेष संज्ञा कहेते है.

स्थान विशेष – गुजरात, कोलकाता, मुंबई, लादाक, बंगलुरु, केरला, ओटी, श्रीलंका, अमेरिका, चीन, बिहार, बीकानेर, पंजाब, हरियाणा, पुष्कर, नासिक, अमरनाथ इत्यादि स्थान वाचक संज्ञा है.

स्थान विशेष संज्ञा का उदहारण

  • गुजरात में दुर्गापूजा धूमधाम से मनाया जाता है
  • लादाक एक खुबसूरत जगह है
  • अमेरिका में पैसा बहुत है
  • बिहार में जनसँख्या अधिक है
  • पंजाब में अधिकतर लोग खेती करते है
  • ओडिशा में गरीबी ख़त्म हो गया है
  • कोलकाता में कलि पूजा सुन्दर है
  • केदारनाथ एक तीर्थ स्थान है

इनमे से पंजाब, बिहार, कोलकाता, ओडिशा, गुजरात इत्यादि एक स्थान का नाम को दर्शाते है न की अनेक स्थान या व्यक्ति को दर्शा रहे है, इसलिए यह स्थान वाचक संज्ञा है, अतः यह सस्भी मिलकर एक पूर्ण बाक्य को बनाते है इसलिए इसे व्यक्ति वाचक संज्ञा भी कहेते है.

वस्तु विशेष – पंखा, लैंप, ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, टेबल, स्पीकर, लैपटॉप, मोबाइल, टीवी, कपडा, लकड़ी, चुला, कलम, कागज, रामायण, गीता, कलि पुराण इत्यादि को वस्तु वाचक संज्ञा कहेते है.

  • रामायण एक पवित्र ग्रंथ है।
  • हमारा पंखा अच नही है
  • मेरा लैपटॉप सबसे तेज काम करता है
  • आज टीवी में रामायण आने वाला है
  • गीता में जीवन का सार है।

उपरोक्त उदाहरणों में रामायण एवं गीता एक-एक ग्रंथ के नाम या अन्य वस्तु के नाम जेसे पंखा, टीवी, इत्यादि हैं, अतः यह भी वस्तु विशेष और व्यक्ति वाचक संज्ञा (Vyakti Vachak Sangya) है।

व्यक्ति वाचक संज्ञा के 20 उदाहरण (Vyakti Vachak Sangya Examples)

  1. स्वाधीन को आज मेने रस्ते में आते समय देखा था
  2. माँ कलि करुनामई है
  3. सुदामा कृष्णा के मित्र थे
  4. विस्वनाथ एक साधारण मनुष्य है
  5. मेरा टेबल खाराप हो गया है
  6. मेरा कलम में काली ख़तम हो गया है
  7. घर की चाबी खो गया है
  8. सम्राट युधिसठिर धर्म राज थे
  9. अर्जुन सर्वस्रेस्थ धनुर्धर था
  10. अंगराज कर्ण कुंती के पुत्र था
  11. मुंबई एक चंचल देश है
  12. अमेरिका में डोलोर चलता है
  13. भारत में हिंदी भाषा राष्ट्र भाषा है
  14. दखिनेस्वर कलि माँ का पवित्र स्थान है
  15. कलि माँ दुनिया का अंतिम सच है
  16. बलराम जी कृष्ण के भाई थे
  17. प्रकाश आज पूजा में नही आयेगा
  18. गोपाल जी एक सज्जन मनुष्य है

इसी तरह के आप रोजाना कई वाक्य ऐसे बोलते है जिसमे व्यक्ति वाचक संज्ञा का उपयोग किआ जाता है, अतः आप उन्हें खुद ही खोज कर सकते है, और हमें बता सकते है हम उन्हें भी इस लेख में स्थान देंगे.

व्यक्तिवाचक संज्ञा के चित्र

Vyakti Vachak Sangya
Vyakti Vachak Sangya

FAQ

व्यक्तिवाचक संज्ञा को कैसे पहचाने?

जेसा की हमने आपको ऊपर बहुत सारे उदहारण दिया है की व्यक्ति वाचक संज्ञा में अर्थ या दर्शाया जाने वाला सामग्री या व्यक्ति या स्थान एक वचन होता है, यदि एक वाकया का बहु वचन है तो वो व्यक्ति वाचक संज्ञा नही है, अतः Vyakti Vachak Sangya हमेशा एकवचन होती है। बहुवचन होने पर Vyakti Vachak Sangya नहीं होती।

निष्कर्ष:

तो मित्रों आज हमने इस लेख में Vyakti Vachak Sangya के बारे में ज्ञान साझा किआ है और साथ ही कुछ उदहारण भी दिया है की आखिर Vyakti Vachak Sangya क्या है और यह केसे पता करते है, अतः यदि आपको हमारे द्वारा दिया गया जानकारी पसंद आया है तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा अबश्य करे, और यदि अभी भी आपके मन एम् कोई प्रश्न है तो आप हमसे संपर्क कर पुच सकते है.

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